जिसके प्रताप की जय-जयकार करता, झूम रहा ये नीला गगन है
जिसके गौरव-गाण में डूबी प्रत्येक दिल की बुलंद धड़कन है,
प्राची की स्वर्णलिपि में अंकित
महिममान्वित ये मेरा वतन है!
सहिष्णुता व शांति से परिपूर्ण
दर इसकी पवित्रता का शिखर है
ऋषियों की तप की भूमि ये,
माँ गंगा का उद्गम स्थल है,
मल्हार - वसंत की अगवानी में सजी
अन्न - धान से इसकी डगर है!
तुझे फरमाबरदारी दिखाने को,
जी-जान से हम आगे बढ़ेंगे
हर क्षेत्र में और परिश्रम करके
पहला स्तर हासिल करेंगे!
चारों ओर, तेरी प्रशंसा में
ये प्रतिध्वनि हो रही है-
तुझ जैसा मुल्क इस पूरी दुनिया में नहीं है!
JAI HIND! HAPPY REPUBLIC DAY!🇮🇳🙌🏻
-ऋचा गुप्ता